PCB Reduced Central Contract Duration: टी20 वर्ल्ड कप 2024 के ग्रुप स्टेज से बाहर होने के बाद पाकिस्तान टीम की काफी आलोचना हुई थी. पूरी टीम को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. आलोचक टीम के चयन से लेकर खिलाड़ियों की फिटनेस तक हर चीज की आलोचना कर रहे थे. इसके बाद हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सामने एक रिपोर्ट पेश की गई, जिसमें पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खराब व्यवहार को लेकर खबरें सामने आईं. अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में बड़ा बदलाव किया है, जिसके बाद अब पाकिस्तानी खिलाड़ियों को टीम में बने रहने के लिए हर हाल में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में क्या हुआ है बदलाव?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों के लिए एक बड़ा बदलाव किया है. अब तक जो खिलाड़ी तीन साल के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाते थे, वो अब सिर्फ एक साल के लिए ही मिलेगा. लेकिन अच्छी खबर ये है कि खिलाड़ियों की सैलरी में कोई कमी नहीं की गई है. पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने लाहौर में एक मीटिंग बुलाई थी, जिसमें ये फैसला लिया गया. इस मीटिंग में पाकिस्तान के नए कोच और दूसरे अहम लोग भी शामिल थे.
बैठक में लिए गए ये फैसले?
दरअसल, पाकिस्तान की क्रिकेट टीम ने हाल ही में हुए टी20 वर्ल्ड कप में बहुत ही खराब प्रदर्शन किया था. इसके बाद पीसीबी ने अपने नियमों में बड़े बदलाव करने का फैसला किया है. अब खिलाड़ियों को हर साल उनके प्रदर्शन, फिटनेस और व्यवहार के आधार पर देखा जाएगा. अगर कोई खिलाड़ी अच्छा नहीं खेलेगा या फिट नहीं रहेगा तो उसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म भी हो सकता है.
इसके अलावा, सभी खिलाड़ियों को अब हर तीन महीने में फिटनेस टेस्ट देना होगा. साथ ही, जो खिलाड़ी विदेशी लीग में खेलना चाहते हैं, उन्हें भी अब सख्त नियमों का पालन करना होगा.
पीसीबी के एक अधिकारी के अनुसार- “चयनकर्ताओं ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के वित्तीय हिस्से में कोई बदलाव नहीं करने की सिफारिश की है. अब अनुबंध 12 महीने के होंगे, जिसमें खिलाड़ियों की फिटनेस, व्यवहार और फॉर्म का हर 12 महीने में आकलन किया जाएगा.”
अधिकारी ने आगे कहा- “केवल उन खिलाड़ियों को एनओसी मिलेगी जो उच्च फिटनेस और प्रदर्शन मानदंडों को पूरा करेंगे, ताकि इंटरनेशनल लीग में हाई स्टैंडर्ड का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके”